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आज जब सुबह में उठा और टीवी चालू किया तो पता चला की बाबा रामदेव के रामलीला मैदान में चल रहे सत्याग्रह पर पुलिस की दमनकारी कार्यवाही हुई I जिसमे कई लोग घायल हुए और कई लोगो पर लाठिया बरसी I इतना ही नहीं पुलिस ने हर सीमा उलंग कर अश्रु गैस के गोले बरसाए I मानलो जैसे बाबा एक आतंकी हो और कोई देश विरोधी आन्दोलन चला रहे हो I यह सब कांग्रेस के ही कारनामे है I कांग्रेस बाबा के सत्याग्रह से पहले से ही दरी थी I क्यूंकि बाबा ने कालेधन को राष्ट्रीय सम्पति घोषित करने की मांग की थी I जो जायज है I आज स्विस बैंक के अकाउंट में जो कालाधन जमा हुआ है वोह सब आम भारतीय के खून पसीने की कमी है जिस पर पुरे देश के नागरिक का अधिकार है I और उसे राष्ट्रीय सम्पति घोषित करने की मांग भी सही है I
बाबा रामदेव आज से नहीं बलके कबसे काले धन के मसले पर बोलते आये है और उसको वापिस लेन की मुहीम की बात करते आये है I जब वर्तमान सरकार का घठन जब २००९ में हुआ था तब मनमोहनसिंह ने कहा था की यह सरकार १०० दिनों में काले धन को वापिस लाएगी I आज इस सरकार को ७६५ दिन हो चुके है I इस कालेधन के मसले पर ना कोई बात हुई न ही कोई विचार I देश में दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार के मामले बहार आये पर सरकार चुप I छिटपुट अधिकारी एवम एक दो नेताओ की गिरफ्तारी कर सरकार अपने आप को पाक साफ साबित करने में तुली है I
बाबा ने सरकार को अपने वादे को निभाने एवम याद दिलाने के लिए यह सत्याग्रह शुरू किया I यह किसी राजनीतिक हेतु से प्रेरित नहीं था I यह १००% जन आन्दोलन था I और इसके लिए जनता ने ही सारे प्रबंधन किये थे I अब सरकार ने लगाये बाबा पर आरोपों को देखिये I
आरोप नंबर १:- सरकार ने कहा है की बाबा देश की कोमी सौहार्दता को मिटाना चाहते है और यह बीजेपी और आरएसएस प्रेरित है I
सच्चाई: बाबा ने पहले ही कहा है की वोह किसी राजनीती या संघठन के एजेंट नहीं है I वोह सिर्फ सोई हुई सरकार को जगाना चाहते है और उसे अपना वादा याद दिलाना चाहते है I नहीं उनके सत्याग्रह से देश की कोमी सौहार्दता को कोई हानि पहोचाने की साजिश थी I बाबा के मंच पर हर धर्म के धार्मिक गुरु मौजूद थे I उनके समर्थन में आई जनता में समाज के हर धर्म के लोग मौजूद थे I सभी सिर्फ खली हाथ अपना समर्थन देने आये थे I किसी के पास हथियार नहीं था I सच में तो यह बात है की कांग्रेस जन्बुजकर इसको हिन्दू प्रेरित सत्याग्रह घोषित कर के इस मुद्दे को एक साम्प्रदायिक रंग देना चाहती थी और कालेधन के मुद्दे से जनता का ध्यान कही दूर ले जाने की कोशिश में थी I पर अफ़सोस वो इस मामले में सफल नहीं हो पाई I
आरोप नंबर २:- कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओ ने यह कहा है की बाबा के आन्दोलन के लिए पैसा कहा से आये है और बाबा अपने पतंजलि आश्रम के पास रही सम्पति का ब्यौरा दे
सच्चाई: हम सब जानते है की बाबा पूरी दुनिया में योग शिखाते है और आयुर्वेदिक दवाईया बनाते है I बाबा के पुरे भारत और विश्व में पतंजलि संसथान की शाखाये मौजूद है जहा से दवाईया मिलती है I एवम बाबा को पुरे विश्व से चंदे के रूप में काफी सहायता मिलती है I मुझे इस बात का आश्चर्य है की सरकार पतंजलि आश्रम की सम्पति का ब्यौरा क्यूँ माग रही है जबकि हर कोई ट्रस्ट या संसथान को नॉन प्रोफिट ओर्गेनाइजेसन के तहेत हर साल संसथान को मिले चंदे और खर्चे का हिसाब देना होता है I और बाबा ने कहा है की सरकार के पास पूरा ब्यौरा है उसे जनता के सामने रखे I अरे भाई सरकार को यह बात क्यूँ समज नहीं आती की उसके आयकर विभाग के पास पूरी जानकारी है I या फिर वोह भी भूल गए ? दूसरी बात की बाबा के समर्थको ने इस आन्दोलन के लिए पूरा चंदा दिया है जो चेक और नगद के रूप में है I बाबा ने कहा है की वोह सभी खर्चो के हिसाब देने को भी तैयार है I फिर सरकार क्यूँ नहीं मान रही I बाबा के समर्थको ने ही यह सब व्यवस्था दी है I
आरोप नंबर ३:- सरकार ने यह कहा है की बाबा चोर और ठग है I
सच्चाई: वाकई में दिग्गीराजा और कपिल सिब्बल के मुह से बाबा के लिए ऐसे अपमानजनक शब्द सुनकर दिल को धक्का लगता है I जो पार्टी भ्रष्टाचार से लिप्त है और जिस पार्टी के कर्ताहर्ता से लेकर आम कार्यकर्त्ता भी इसमें लिप्त है वोह पार्टी के लोग बाबा को ढोंगी, चोर और ठग कह कर किसी व्यक्ति का नहीं सभी धर्म के धर्म गुरु एवम सत्याग्रहियों का अपमान है I भारत में सत्याग्रहियों को जो आदर दिए गए है उसपे यह बयां कलंक समान है I यह सभी सत्याग्रहो पर एक सवालिया निशान है की सभी सत्याग्रह चोर और ठग लोगो ने किये है I कांग्रेस अपने आपको सत्ता में बनाये रखने के लिए इस हद तक गिर सकती है यह सोचा न था I जो पार्टी अपने आप को सत्याग्रहियों की पार्टी कहती है वही उन का आज चोर ठग कह कर अपमान कर रही है I
दोस्तों एक बात साफ है I बाबा ने कल सब के सामने कहा था की अगर सरकार कालेधन को राष्ट्रिय सम्पति घोषित करती है और उसे वापिस लाने के लिए एक प्रावधान बनती है तो उसका श्रेय वोह वर्तमान केंद्र सरकार को देगे I उन्होंने किसी भी व्यक्ति पर टिपण्णी करने से इनकार किया था I लेकिन सरकार ही उनपर जन्बुजकर आरोप लगा रही थी I और कल रात की घटना से एक बात साफ़ होती है की कांग्रेस वाकई में कालेधन के मुद्दे पर घम्भीर नहीं है I क्यूंकि उसकी ही पार्टी के कई नेताओ के धन वह पर जमा है I और इसमें कई बड़े नेताओ के नाम शामिल है I इसीलिए वोह उसे राष्ट्रिय संपदा घोषित नहीं कर रहे I यह जनता के साथ छलावा ही नहीं धोखा है I बाबा ने यह कहा है की सभी भ्रष्टाचारीओ को देशद्रोही करार दिया जाए और विदेश में धन जमा करने की प्रवृति को देशद्रोह गिना जाये I सही है I कोई भी प्रवृति जो देश के हित को नुकशान पहुचाये वोह राष्ट्रद्रोह ही है I पर यह बात सरकार की समज में नहीं आती I तभी उसने देर रात को जनता पर दमनकारी कार्यवाही की I और बादमे अपने आपको शाबाशी देने में लगी है I
अंत में भारत में साधू और योगिओ को सर्वोच्च माना जाता है न की ठग और चोर I इनकी मंशा पर शंका करना अपने घोर अज्ञान को बताना है I अगर सरकार वाकई में पाक है तो कालेधन को राष्ट्रिय सम्पति घोषित करे I उसकी निति को साफ़ करे I लगता है वाकई में सरकार इस मामले पर कुछ करना नहीं चाहती I उसकी पोल खुल गयी है I बाबा कोई आतंकी नहीं है I वोह सच्चाई को सामने ला रहे थे I और उसे सरकार ने सांप्रदायिक रूप देने में लगी है I
अंत में एक सवाल आप सबसे है I क्यों अब भी आप कांग्रेस और युवराज को देश के लिए सही मानते हो ? क्या सच में कालाधन देश में वापिस नहीं आना चाहिए?क्या सच में महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ नहीं उठनी चाहिए? क्या देश के हर युवान को नौकरी नहीं मिलनी चाहिए? क्या संतो और धर्मगुरु का चोर और ठग कहकर अपमान करना सही है? क्या सत्याग्रह में आये बच्चे बुढो औरतो पर नींद में लाठिय भांजना सही है? जनता को इसका जवाब नहीं मिलना चाहिए?
अब बताओ यह आम आदमी की सरकार है या भ्रष्ट नेताओ की?
जय हिंद
गौरव पाठक I
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