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एक बार फिरसे राष्ट्रिय समाचार के मुखपृष्ट एवम इलेक्ट्रोनिक मीडिया में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ गोधराकांड का भुत जागा है I एक बार फिरसे एक आईपीएस ऑफिसर संजय भट्ट के बयान ने गोधराकांड के मामले को तूल दिया है I समज में नहीं आ रहा है की आखिर यह सब लोग क्या चाहते है I हर जगह गोधराकांड की चर्चा हो रही है पर किसी ने इस बात को नहीं कहा की साबरमती ट्रेन में जिन ५८ लोगो को जिन्दा जलाया गया है उनको न्याय मिले I
एक बार फिरसे हमारे देश की जूठी बिन्साम्प्रदायिकता की पोल खुल गयी है I हमारे देश में बिन्साम्प्र्दायिकता का मतलब सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम तुष्टिकरण है I में यह नहीं कहता की गोधराकांड हुआ वो सही था I लेकिन यह क्यूँ हुआ क्यूंकि साबरमती ट्रेन से वापिस लौट रहे ५८ कार सेवको को जिन्दा जलाया गया I ऐसी बर्बरता के खिलाफ यह एक जन आक्रोश था I हर जगह गोधरा दंगो की बात होती है लेकिन उन कार सेवको के जन की बात नहीं होती I क्यूंकि उन कारसेवको की जन की कीमत इसलिए नहीं है क्यूंकि वोह हिन्दू थे I भारत देश में हिन्दू होना एक पाप है और उनका समर्थन करना महा पाप है और उसे महा पापी मन जाता है I हर कोई दंगो की बात करता है लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा की जो लोग ट्रेन में जिन्दा जलकर मर गए मतलब उन्हें जिन्दा जलाया गया उनके परिवारवालो का क्या I वोह कैसे जी रहे है? उनके बीवी, बच्चे, भाई, बहेन कैसे हालत में है और क्या कर रहे है? किसी ने यह नहीं पूछा I
हम सब बस दंगो में मरे गए उनकी बातें करते है I अरे दंगे तो १९८४ में हुए थे, १९९३ में हुए थे उनमे तो कई लोग मारे गए थे I गुजरात में तो कांग्रेस के शाशन में १९८४, १९९३ में कई दंगे हुए थे I चिमनभाई पटेल के तो लतीफ़ के साथ रिश्ते होने तक की बात सामने आई थी I वही १९८४ में शिख दंगो में सज्जन कुमार के शामिल होने की बात साफ़ सामने थी I पर उनपे कुछ नहीं हुआ I उन्हें बरी कर दिया गया I क्यूंकि वोह कांग्रेसी है और कांग्रेस के लिए वोह जो करते है वोह सब सच I एक भी कांग्रेसी नेता ने यह नहीं कहा या एक बार भी साबरमती के कारसेवको के परिवारजनो से नहीं मिले I सब लोग तीस्ता सेतलवाड के साथ मिलकर जूठी बिन्साम्प्र्दयिकता की दुहाई दे रहे है I
अब बात आईपीएस संजय भट्ट की I अगर वोह सब जानते थे की मोदी ने ही दंगे करवाए तो अब तक मतलब की वारदात के ९ साल तक चुप क्यूँ थे? उन्हें किस का दर? वोह तो केंद्र सरकार से चुने हुए अफसर है जिनको सीधा केंद्र सरकार से आरक्षण मिलता है I हर आइएएस और आईपीएस को केंद्र सरकार नियुक्त करती है I वोह चाहते तो उस समय के गृह सचिव को ख़त लिखकर सच्चाई को बयां कर सकते थे I लेकिन उन्होंने ९ साल की देरी क्यूँ की? क्यूँ उन्होंने उसी समय सच्चाई का साथ नहीं दिया और अब सच के पुजारी बन रहे है? यह सब के पीछे आखिर सच्चाई क्या है?
एक बात साफ़ है I यह सब केंद्र की साजिश है I गुजरात में बढ़ रहे मोदी के प्रभाव और गुजरात की प्रगति देख कर कांग्रेस की हालत न सही जा सके और न कही जा सके ऐसी है I गुजरात में जिस तरह शांति, समृद्धि और विकास है वोह कांग्रेस की आँखों में आ रहा है I उसे यह पेट में दुःख रहा है की कोई गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री कैसे १२ सालो से किसी राज्य का मुख्यमंत्री रह सकता है I और दूसरा कांग्रेस के कई नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है उससे जनता का ध्यान हटाने के लिए गोधराकांड एक अच्छा मुद्दा है I गोधराकांड का नाम पड़ते ही हर उच्च बुद्धिजीवी और दम्भी समाजसेवी को मनो कोई जन्नत का चिराग मिल गया हो ऐसे मोदी और उनके मंत्रियो को कोसने बैठ जायेगे I मनो की वोह कोई नेक काम करते हो I
पता नहीं पर क्यूँ देश में किसी एक राजनीतिक पक्ष के लिए अलग और दुसरे के लिए अलग नियम है I श्री नरेन्द्र मोदी जिन्होंने गुजरात में से गुनाह, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार को कम किया है वैसे नेता के खिलाफ बार बार जन्बुजकर ऐसे आरोप लगाना एक व्यर्थ सत्ता हासिल करने का प्रयास है I कांग्रेस के साथ सीबीआई, मीडिया, समाजसेवी संस्था और उच्च अधिकारी है I मोदीजी के साथ उनकी जनता और युवा शक्ति है I हम गुजराती जानते है कौन सही है और कौन गलत I तभी तीन तीन विधानसभा चुनाव, नगर निकाय एवम जिला परिषद् चुनाव में हर जगह बीजेपी ही बीजेपी है I कांग्रेस को समजना चाहिए की आम गुजराती को अब गोधराकांड में कोई रस नहीं I हर कोई इसे एक दर्दनाक सपना समज कर भुला देना चाहता है I और उसके बाद कई अवसर आये जो दंगे भड़का सकते थे लेकिन गुजरात की जनता ने शालीनता से उन सब का सामना किया है I
अंत में गुजरात में से मोदी को हटाना नामुमकिन ही नहीं असंभव है I मोदी के बगैर गुजरात गुजरात नहीं I हर गुजराती के दिल में मोदी के लिए एक आदर और सम्मान है I मोदी के राज में गुजरात ने जो प्रगति की है उसकी प्रशंशा पुरे विश्व ने की है I जनता उनके साथ है I कांग्रेस और उनके जूठे बिन्संप्रदायिक मित्रो को एक नम्र विनंती है अगर वोह वाकई में बिन्सम्रदायिकता के पुजारी है तो १९८४ दंगो के आरोपी सज्जनकुमार को सजा दे I उन सभी कांग्रेसी नेताओ को सजा मिले जो भ्रष्टाचार में लिप्त है I क्यूंकि जिसके घर शीशो के हो वोह दुसरे के घर पर पत्थर नहीं फेका करते I
कांग्रेस और उसके मीडिया दोस्तों को निवेदन है बिन्सम्प्रदायिकता की दुहाई देने वाली कांग्रेस के दामन में कई दंगो के दाग लगे है I उसे भी सामने लाओ और अपनी शालीनता का परिचय दो I अंत में मुझे और हम सभी गुजरतियो को यकीन है की मोदीजी निर्दोष है I उन्हें कुछ नहीं हो सकता I हर गुजराती उनके साथ है I अंत में एक पंक्ति,
जाको रखे साईया मार सके न कोइ i
जिसको जितने आरोप लगाने हो लगा ले, जितना मर्जी गली देना हो दे दे मोदी हमेशा गुजरात में रहेगा i यही हम सब की मांग है i कांग्रेस माफ़ी पर जब तक गुजरात में है मोदी कांग्रेस से दूर है गांधीनगर की कुर्शी i
जय हिंद,
गौरव पाठक i
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