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देश की आर्थिक निति पे कलंक समान कौभांड

HALLABOL
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आज देश में और खास तौर पर समाचार और अख़बार में आज कल कौभांड की चर्चा जोरो पर है I आज देश में बेरोजगारी, गरीबी, आतंकवाद जैसे मुद्दे की जगह आज हर जगह भ्रष्टाचार ने मुख खबर की जगह ले ली है I चाहे वोह २जी स्प्रेक्ट्म का घोटाला हो या फिर आदर्श सोसाइटी कौभांड हो हर जगह बस भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार I एक तरफ आम जनता यानि की जरुरत मंदों को चाहिए फिर भी कर्ज नहीं मिलता I अगर मिलता है तो भी उसके लिए कई लोगो की सिफारिश और जामिन के लिए अपने रिश्तेदारों को लाना पड़ता है I अगर मानलो की आम जनता जिसने कर्ज लिया है किसी समस्या के चलते अपने कर्ज की किश्त भरने में देरी करे या ऐसी स्थिति में आ जाये की वोह छह कर भी कर्ज न भर पाए तो उस पर क़ानूनी कार्यवाही हो जाती है I कोर्ट से समन्स आ जाते है I मतलब आम जनता को कर्ज मिल पाना मुश्किल है I में यह नहीं कहता की हमे कर्ज लिया है उसे नहीं भरना चाहिए I लेकिन आम जनता जैसे चोर है ऐसे उसके साथ व्यव्हार होता है मनो की वोह कर्ज लेके उसने मुसीबत मोड़ ली हो I

दूसरी तरफ देश की उसी बैंक और इन्स्योरंस कंपनी के अधिकारी नेताओ के साथ मिली भगत करके हजारो करोडो के घपले घोटाले करते है उनसे सीबीआई बाइज्जत पूछताछ करती है I इसी पूछताछ में आधा समय निकल जायेगा और जब तक कोर्ट में केस दायर होगा तब तक मामले को लोग भूल गए होगे और इन अधिकारियो को चाँद मामूली से दंड देकर रिहा करदिया जायेगा I और फिरसे उन्हें एक और कांड करने को छोड़ दिया जायेगा I मतलब जन हमारी जनता की खून पसीने की कमाई को यह नेता लोग और अधिकारी अपनी जागीर समजकर उससे अपनी अय्याशियो को पूरा करते रहेगे तब तक हम लोग एक एक रुपये के लिए तरसेगे I इनको तो तगड़ी तनख्वाह के साथ साथ और भी रियायते मिलती है I ऊपर से कौभांड के रूप में उनको जो मलाई मिलती है वोह अलग I मतलब उनके पुरे परिवार और रिश्तेदारों को कोई रोकटोक नहीं क्यूंकि सरकारी तिजौरी उनके लिए खुली है I

एक और गौर करने वाली बात यह है की जितने भी बड़े बड़े कौभांड हुए है वोह सब कांग्रेस के शासन में ही हुए है I लगता है घूसखोरी और कौभांड का कांग्रेस से एक पुराना नाता है I चाहे वोह १९५२ में हुआ जीप कौभांड हो या १९८४ का बोफोर्स कौभांड हो या १९९२ में हुआ यूरिया कौभांड और अभी अभी २जी स्प्रेक्ट्म कौभांड और आदर्श सोसाइटी घोटाला सभी कांग्रेस के शासन में और उसके बड़े कदावर नेता के आशीर्वाद से ही हुए है I देश की आजादी के ६३ साल में से ४० साल तक कांग्रेस ने देश पर राज किया है और इसीलिए उन्हें लगता है की इस देश की सरकारी तिजौरी उनकी खुद की है और लाखो करदाताओ की कमाई पर उनका अधिकार है I और इसीलिए जो कांग्रेस आम चुनाव में जिस काले धन को लेकर आई थी वोह कांग्रेस अभी चुप है I

आप सब भूल गए होगे लेकिन आज भी हमे याद है की यही कांग्रेस २००९ में स्विस बैंक में पड़े काले धन को भारत लेन के मुद्दे पर भी लड़ी थी I आज वही कांग्रेस उस पर चुप है I उसका चुप रहना जायज है क्यूंकि उसके ही कई बड़े नेताओ के अकाउंट वह स्विस बैंक में है अगर वोह खुल गए तो उनकी गरीब प्रेमी और सादगी भरी छवि की पोल खुल जाएगी I इसीलिए आज स्विस बैंक में फसे काले धन का मुद्दा आज ठन्डे बसते में चुप है I

और जब राजा ही बनजाये चोर तो फिर उनके सेवको को दुहाई क्यूँ दे I क्यूंकि सैय्या भये कुतवाल अब दर कहे का I आज वाकई में जब इन कौभांड की पोल खुलती है तो एक बात बार बार याद आती है की,
“कौन कहता है की भारत गरीब है,
कौन कहता है भारत में भुखमरी है,
भारत में आज भी बहती है धन की गंगा,
भारत में आज भी होती है सोने की वर्षा,
एक गंगा है जो सैकड़ो को तृप्त करती है,
वोह है एक सफ़ेद जीवदायी गंगा,
और यह एक धन की कलोई गंगा बहती है,
जो लोगो की तृष्णा से खिलवाड़ करती है I
यहाँ प्रजा का कोई माई बाप नहीं उसकी जरुरत की सुध नहीं,
शासक बता है अपने घर को भरने कलि गंगा में अपने आप को भिगोने I
यह गरीबी भुखमरी बेरोजगारी एक मक्कारी है,
विश्व को झांसा देने की बस एक चल है,
गर्व है हमे हमारे नेताओ पर की,
देश को खोखला करने में आतंकियो के साथ इनका जोड़ बेमिसाल है I
आतंकी करते है सीधा जानलेवा हमला करते नहीं अपनी जान की परवाह,
नेता करते है धीरे धीरे से वचनों से हमला और दीमाग की तरह यह देश को करते है खोखला I
इ दुनिया अगर तुमको यकीं न हो मुज पर,
फिर भी लगता है भारत में गरीबी का असर,
तो खोल दो स्विस बैंक में बंध भारतीयों के खातो को,
देखलो भारत देश के कौभान्डियो की जाहो जलाली को I ”

वाकई में भारत देश जितना कौभांड के जरिये काला धन भारत के बहार अन्य देशो के खाते में पैसा जमा करवाते है ऐसा कोई और देश नहीं करता I यह सिर्फ देश को ही नहीं देश की आर्थिक नीतिओ को भी बर्बाद करते है I देश में हर साल एक खोट में चल रहा बजेट पेश किया जाता है लेकिन कोई भी काले धन के बारे में कोई बात नहीं करता I सिर्फ फीताशाही और बाबुशाही में हर बार काले धन का मुद्दा चुप जाता है और नए नए कौभांड को जगह मिल जाती है I जो धन जनता के लिए है वोह धन को हमे बाबुओ और नेताओ की जमात अपनी जागीर समज कर उस पर एक साप की तरह कुंडली मारकर बेठे है I और इसमें कही न कही हम भी दोषी है हम भी जानने के बावजूद हम इन्ही को ले के आते है I हम अभी भी चुप है I

कहा गई हमारी वोह अन्याय के सामने लड़ने की ताकत I कहा गयी वोह जे पी यादव और सरदार की खुमारी I इन लोगो की एक आवाज पर मर मिटने को तैयार रहने वाली जनता आज चुप है इन मक्कारों के आगे I आओ एक बार फिर से हम क्रांति की रह पर चल कर एक ऐसा सबक सिखाये इन मक्कारों को की कभी दुसरे के धन की तरफ देखे भी नहीं I देश पर लगे इस कौभांड के कलंक को आओ हम मिटादे I वरना हमे इसी तरह रोज रोज नए कौभांड़ो की खबर मिलती रहेगी I

जय हिंद
गौरव पाठक

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