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भारत देश में किसी अन्य देश की तुलना में युवाओ की संख्या कुल संख्या में ज्यादा है I भारत की आबादी के ६० से ६५% जनता युवा है मतलब १४ से ३५ साल की आयु वाले लोग ज्यादा है I जिसमे से तकरीबन ७५% युवा पढना लिखना जनता है और तकरीबन ४५ से ५०% युवा उच्च सिक्षा मतलब स्नातक एवम अनुस्नातक तक शिक्षित है I तभी आज भारत देश के सभी जिलो की रोजगार कचेरी में सुबह से लम्बी कतार अपने नाम को दर्ज करवाने के लिए युवा लगते है I इन युवाओ को रोजगार पाने के लिए सच में काफी प्रतिस्पर्धा से गुजरना पड़ता है जो वाकई में एक सोच का नहीं अब तो उसको गंभीरता पूर्वक सुल्जाने की जरुरत है I
आज हर कोई युवाओ को यह कह कर कोसता है की आज की युवा पीढ़ी क्लब, डिस्को एवम पार्टी जैसे रंग में रंग गई है और अपने देश,समाज एवम परिवार के प्रति जिम्मेदार नहीं है I हकीकत यह है की आज की युवा पीढ़ी काफी समजदार है तभी वोह जाती,धर्म एवम आरक्षण के बंधन में बंधना नहीं चाहती I आज की युवा पीढ़ी को एक खुला आसमान चाहिए उड़ने के लिए जहा वोह अपनी तमन्ना एवम अपनी मंजिल को पा सके I खुले आसमान से मेरा मतलब है की ऐसा माहोल जहा अमन शांति हो I आज की युवा पीढ़ी न हिन्दू मुस्लिम को मानती है न ही जात में उच्च नीच को तभी आज अंतर धर्म एवम अंतर ग्नातीय विवाह हो रहे है और जो एक सशक्त समाज के लिए काफी जरुरी है I ऐसा नहीं है की आज की युवा पीढ़ी अपने संस्कार एवम धर्म को भूल गयी है बस उसे मानने के तरीके में फर्क है वोह सभी धर्म एवम जात को एक सा मानता है I
और भी एक इल्जाम हम युवाओ पे लगता है की हम राजनीति में दिलचस्पी नहीं लेते I सच तो यह है की आज हमे हमारा आदर्श नहीं मिल रहा I न ही आज हमे चन्द्र शेखर आज़ाद,शहीद भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव,सुभास चन्द्र बोस जैसे नेता मिल रहे है और नहीं आजके कोई नेता इमानदार रहे है जिसको हम अपना आदर्श माने I और वैसे भी भारत में नेता बनने के लिए आपके पास अपराधिक इतिहास, ५० साल से ऊपर की आयु और मजबूत जाती का समर्थन जैसे कुछ विशेष गुण होने चाहिए I आप इमानदार है और अगर आप पूरी व्यवस्था को बदलना चाहते हो तो क्षमा करना आप के लिए कोई जगह नहीं I वैसे भी किसी भी मुद्दे पर हम युवाओ की राय कोई लेता ही नहीं I बस चार पाच नेताओ को बुलाकर TV पर उनसे चर्चा करके बस मामला जैसे सुलज गया उसको बाद में याद नहीं करते I मतलब साफ़ है युवाओ को राजनीति में लाने के लिए कोई भी दल उत्सुक नहीं है I तभी आज युवाओ का मन राजनीति से उठ गया है I एक जमाना था जब युवा ही राजनीति की बागडौर संभल ते थे उन्हें सिर्फ सही दिशा सुचन बुजुर्ग दिया करते थे I आज तो मामला ही उलट गया है I आज ५७२ संसद वाले लोकसभा में गिन चुन कर सिर्फ ३० या ४० ही युवा नेता है जो २५-४० की आयु वाले है I
सच में आज की युवा पीढ़ी के पास कई ऐसे नए नए ख्याल और सुजा है जिसको अगर अपनाया जाए तो देश की काफी समस्या सुलज सकती है I जरुरत है ऐसे सुजाव और खयालो को पहोचने के लिए एक मंच की जो अफ़सोस नहीं मिल रहा I इस तरह ब्लोग्स लिखकर हम चाँद लोगो तक हमारी बात पहोचा सकते है I लेकिन हमे इन सुजवो पे अमल हो और हम उसे देख सके ऐसा मंच चाहिए जो सिर्फ एक युवा ही दुसरे युवा को दे सकता है इ
अंत में एक बात हम को भी देश सेवा करनी है और देश के विकास में हमे हमारा सहयोग देना है I लेकिन उसके लिए हमे किसी के दबाव या किसी बधन की जरुरत नहीं I हमे अच्छे बुरे की खबर है I बस हमे एक मंच चाहिए I
जय हिंद
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