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हे भगवन इस बढती महंगाई से हमे बचाओ I

HALLABOL
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दोस्तों एक बार फिरसे हम पे महंगाई का बोज़ आ गया है I मंत्रियों की समीति ने एक बार फिरसे पेट्रोल में रुपये ३.५०/लीटर, डीज़ल में रुपये ३.००/लीटर, मिटटी के तेल में रुपये ३.००/लीटर और रसोई गैस में रुपये ३५/सिलिंडर बढाया है I वाकई में यह एक दुखद बात है I वैसे ही देश में दिन प्रतिदिन रोजमर्रा की चीजो के दाम बढ़ रहे है I चाहे फिर धान हो या सब्जी या फिर फल या दूध हर किसी के दाम बढ़ रहे है I अभी पिछले हफ्ते ही हमने देखा की खाने पीने की चीजो का महंगाई सूचकांक १६.९०% हो गया है यानि की खाने पीने की चीजो के दामो में आग लगी पड़ी है I सरकार को अच्छी तरह से पता है की लोगो को खाने पीने को रोज चाहिए इसीलिए आम आदमी की चाय से लेकर थाली सब महंगा हो गया है I में बार बार कहता आया हु और अब भी कह रहा हु की जो लोग रोज मजदूरी करके या फिर जो लोग खानगी कंपनियो में काम करते है उनकी आय में कोई वृद्धि नहीं हुई है I उपर से उनकी आय में कमी आई है I आज होलसेल बाजार हो या खुदरा बाजार हर जगह दामो में मनो आग सी लगी पड़ी है I पहले फल दूर हो गए अब सब्जी भी दूर हो रही है दाले तो कबसे चली गयी थाली से बस अब चटनी रोटी है जो शायद आने वाले दिनों में दूर हो जाएगी I एक तरफ बारिश का भी कोई भरोसा नहीं क्यूंकि हमारे यहाँ जल संचयन के लिए कोई प्रावधान नहीं है और नहीं कोई इसके लिए उत्सुक है I सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते तो बढ़ जाते है और जो अच्छी स्थिति में है उनको भी महंगाई की कोई परवाह नहीं है I बस आम आदमी ही इसके चक्कर में पिस रहा है I किसी को कोई परवाह नहीं है I

सरकार ने हवाला दिया की अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई बढ़ोतरी के चलते यह कदम उठाना पड़ा है I तो माननीय सदस्यों जब अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आती है तब दाम क्यूँ नहीं कम करते? पाकिस्तान में भी आज तेल मुश्किल से २५ या ३० रुपये प्रति लीटर मिल रहा है I हमारे यहाँ तेल को एक तगड़ी कमाई का साधन मन गया है तभी आये दिन तेल और गैस के दाम बढ़ाये जाते है I इसमें सरकार से लेकर तेल कंपनिया और पेट्रोल पम्प के मालिक सब मिले हुए है I सब जनता को लूट कर अपनी जेबे भरने में लगे है I सच्चाई यह है की सरकार की एवम खानगी सभी तेल कंपनिया तगड़ा मुनाफा कर रही है और तेल को बाजार में उसकी उत्पादित कीमत से ३०० या ४०० गुना ज्यादा दाम से पहले से ही बेचा जा रहा है I हमे जो तेल २५ रुपये में मिलना चाहिए वोह हमे उससे दुगने दाम पर मिल रहा है I इसी लिए तो सरकार हमे यह नहीं बताती की कौनसा तेल आयाती है और कौनसा तेल देश में उत्त्पन्न किया गया है I क्यूंकि जो तेल देश में उत्त्पन्न होता है उसपे विदेश से जो चीज आयात होती है उसपे लगने वाला कर नहीं लगता नाही कोई कस्टम ड्यूटी लगती है I यानी देश में उत्त्पन्न हुई चीज को भी विदेशी बताकर उसपे कस्टम ड्यूटी और एक्ससाइज ड्यूटी लगाकर उसके दामो में वृद्धि की जाती है I मतलब साफ है जनता को को जितना लूटा जाए लूट लो बाद में मौका मिले न मिले I

अपने आप को आम आदमी की सरकार बताकर दुबारा सत्ता में आई कांग्रेस अब जवाब दे अभी इतना कोई माहोल भी ख़राब नहीं है नाही अंतराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में कोई अनिश्चितता है फिर दामो में बढ़ोतरी क्यूँ? बार बार महंगाई बढाकर सरकार क्या करना चाहती है? कई शहरो में तो कई परिवार ने खुदखुशी करना शुरू कर दिया है और आगे यह और बढेगा अगर महंगाई को रोका नहीं गया I आम आदमी की हालत अभी इतनी ख़राब है की कई परिवार कर्ज में डूब गए है I मोटरगाड़िया और मोबाइल को सस्ता करके सरकार यह जाताना चाहती है की महंगाई नहीं है लेकिन जनाब खाने पीने की चीजो की कीमत तो बढ़ रही है I हमारी भूख और प्यास बुझाने के लिए खाना चाहिए नाकि मोटर गाड़ी या मोबाइल I हमे हमारे रोजमर्रा की चीजो के दाम कम हो उसमे दिलचस्पी है नाकि मोबाइल या मोटरगाड़ी के दाम कम हो I जनता बेचारी अब दो वक़्त की रोटी के लिए भी तरसे I बच्चो को दूध न दे पाए I लेकिन उससे हमारे नेताओ को क्या I क्यूंकि अभी चुनाव दूर है ना ही कोई आवाज उठा रहा है I अपने आप को आम आदमी की सरकार बताकर उल्लू बना रही है और आये दिन मज़बूरी का नाम लेकर महंगाई बढ़ा रही है यह सरकार I अब कहा है गरीबो के मसीहा युवराज राहुल गाँधी और कहा है त्याग की देवी सोनिया गाँधी I वैसे तो सरकार की हर नीतियों में अपनी बाते मनवानेवाले यह दोनों दिग्गज जब महंगाई की बात आती है तब कहा चले जाते है? सच में यह दोनों सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए जुट मुठ की हमदर्दी का नाटक कर रहे है I और सब कुछ दुसरो के सर पर डाल कर सत्ता का स्वाद बेरोकटोक चख रहे है और अपना अधिपत्य जमाये हुए है I आज हालत यह है की कालाबाजारी और मुनाफाखोरो को एक खुला मैदान मिल गया है I उनको न कोई दर है न कोई रोकनेवाला I सब इस कला बाजारी और मुनाफाखोरी से हो रही तगड़ी कमी की मलाई खाने में मतलब उसमे अपने हिस्से को पाने के लिए लड़ रहे है I जनता की किसीको नहीं पड़ी है I विपक्ष सिर्फ छोटे मोटे धरने करके बेठ जाते है I उनको भी कोई परेशानी नहीं I उनको भी सांसद होने के नाते वोह सभी लाभ मिल रहे है I

इस बढती महंगाई के सामने बस एक ही विकल्प है की सरकार के सामने विशाल जनसमुदाय का मोर्चा I सरकार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाना और उनको कुम्भकर्ण की नींद से जगाना I सरकार को यह बताना की हम जनता बेवकूफ नहीं है I आये दिन मज़बूरी का नाम लेकर महंगाई को बढ़ाना बांध करो और कालाबाजारी एवम मुनाफाखोरो को पकड़ कर आम जनता को महंगाई के दानव से बचाओ I वरना ऐसा न हो की जनता कानून को अपने हाथो में लेकर फिर लूटपाट मचाये I जनता ने ही आपको वह पहुचाया है और वोह आपको हटाना भी जानती है I जब प्याज के दामो के चलते गुजरात की तत्कालीन सरकार चली गईथी तो यह तो सभी चीजो के दाम बढे हुए है I और इस पर युवराज राहुल और सोनिया दोनों चुप है I इससे बड़ा सबूत क्या चाहिए जनता को इनका चेहरा सामने लेन के लिए? वरना सरकार के किसी भी मंत्री की मजाल नहीं इन दोनों को पूछे बगैर कोई भी निर्णय लेने की I मतलब इनकी चुप्पी महंगाई बढाने के लिए इनकी सहमती को दर्शाती है I

खैर अब तो भगवन ही हमारा रक्षक है I वोह ही एक है जो हमे इस महंगाई के सामने जिन्दा रख सकता है और उसने ऐसा किया भी है I हमको काम करने की शक्ति दी है I वरना इस बढती महंगाई के बावजूद जिन्दा रहना किसी जंग लड़ने से कम नहीं I जंग के मैदान में तो दुश्मन आपके सामने होता है और आपको पता होता है की हमे किसे मरना है लेकिंग महंगाई के सामने हम लचर है I महंगाई की जंग में हमारे अपने ही हमे लूट रहे है और हम किसको मरे यह हमे पता नहीं I जब साहूकार ही चोर बनके लूट मचाये फिर तो क्या? जनता तो कैसे भी कर के जीना सीख लेगी मगर आप सरकार ५ साल के बाद तो आओगे ना तब मत कहना हम आम आदमी के साथ है और गरीबो के मसीहा है I

बस हमे यानी जनता को अपनी कुछ जरूरतों को कम करके इस महंगाई के दानव के सामने लड़ना होगा I कुछ खर्चो को कम करके हमे जो चीज जरुरी हो वोह लेनी होगी I हमे खुद ही इस महंगाई के सामने लड़ना होगा और सरकार की नींद भी हराम उड़ानी होगी I सरकार को उसकी जिम्मेदारी का ध्यान करवाना होगा I आखिर कार वोह भगवन नहीं हमारे सेवक है I मतलब जनता नही उन्हें चुन कर भेजा है और उनकी जिम्मेदारी है जनता के हितो का रक्षण करना एवम अन्याय होते हुए रोकना I

अंत में आओ साथ मिलके हम इस महंगाई के खिलाफ आवाज उठाये, जनता विरोधी सरकार को नींद से जगाये I

जय हिंद

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